आज की चन्द पंक्तियां / शेर

आज की चन्द पंक्तियां / शेर

एक नफरत ही नहीं दुनिया में दर्द का सबब फ़राज़,
मोहब्बत भी सकूँ वालों को बड़ी तकलीफ़ देती है।

- अहमद फ़राज़

तो ऐसा क्यूँ नहीं करते

सुनिए, बशर नवाज़ जी की नज़्म "तो ऐसा क्यूँ नहीं करते”